सिटी पोस्ट लाइव : शंकर सिंह ,अपने ज़माने के (19 90 के दशक ) एक ऐसा बाहुबली जिसके नाम से बिहार के बड़े बड़े बाहुबलियों की पत्ल्लोनें गीली हो जाती थी.जिसके पास अपनी प्राइवेट आर्मी थी.नार्थ लिबरेशन फ्रंट के सरगना शंकर सिंह के पास उस जमाने में AK-47 ,AK-76 और इंसास राइफल थे.अपनी इसी सेना के बल पर वो नक्सलियों से लड़ने का दावा करते हैं.अब रुपौली विधान सभा से निर्दलीय चुनाव जीत चुके हैं.नीतीश कुमार का उन्हें भरपूर साथ मिल रहा है.उनका चुनावी नारा था- “24 साल बनाम 14 महिना “.उन्होंने चुनाव में जनता से जो वायदा किया था उसे पूरा करने में नीतीश कुमार कोई कोर-कसार नहीं छोड़ रहे.
शंकर सिंह के अनुसार वो नीतीश सरकार के साथ हैं.नीतीश कुमार उनके क्षेत्र के विकास के लिए बहुत काम कर रहे हैं.30 सडकों और कई पूल-पुलिया के निर्माण का काम शुरू हो चूका है.मेडिकल कॉलेज और पावे ग्रिड के उनके वायदे को नीतीश सरकार पूरा करने में जुटे हैं.पूर्णिया के आतंक अवधेश मंडल की पत्नी बीमा भारती को हराकर शंकर सिंह विधायक बने हैं.उन्हें वहीँ सरकारी आवास मिल गया है जिसमे कभी बीमा भारती रहती थींलेकिन उनकी शियत है कि जिस road का वो शिलान्यास कर रहे हैं, उसके बोर्ड को तोड़ दिया जा रहा है.उन्होंने पुलिस में भी शिकायत की है.शंकर सिंह का कहना है कि बोर्ड उखाड़ने से उनका नाम नहीं मिटानेवाला.
शंकर सिंह मानते हैं कि चुनाव में जन-सुराज से उन्हें मदद मिली है.जन-सुराज के कार्यकर्ताओं ने उनकी बहुत मदद की है.गौरतलब है कि प्रशांत किशोर रुपौली से चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुके थे.लेकिन आखिरी क्षण में उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला वापस ले लिया था.लेकिन उनकी टीम ने दिल खोलकर शंकर सिंह के लिए चुनाव प्रचार किया.प्रशांत किशोर शंकर सिंह को तो जन-सुराज का उम्मीदवार बना नहीं सकते थे ,इसलिए उन्होंने बाहर रहकर ही उनकी मदद कर दी.उनका मकसद नीतीश कुमार और लालू यादव की पार्टी को हराना था.