सीटी पोस्ट लीइव
पटना: बापू सभागार में हुई परीक्षा में हुए प्रदर्शन व परीक्षा रद्द मामले के बाद बिहार लोक सेवा आयोग ने आज एक बड़ी बैठक बुलाई है। इस बैठक में बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा से संबंधित सभी बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी, और जो परीक्षा में उपद्रव व हंगामा किया गया, उसके संबंध में एक बड़ा निर्णय लिया जा सकता है। बैठक में यह भी तय किया जाएगा कि जो अभ्यर्थी इस साजिश में शामिल थे, उनके खिलाफ कौन-कौन से सख्त कदम उठाए जाएंगे।
बिहार लोक सेवा आयोग की बापू सभागार में हुई परीक्षा में हुए प्रदर्शन और हंगाम को लेकर बापू सभागार में हुई परीक्षा रद्द की जा सकती है.कोचिंग माफिया के संलिप्त होने की जांच का आदेश दे दिया गया है। पूरी रिपोर्ट बिहार लोक सेवा आयोग को भेजी जा चुकी है, जिसमें सीसीटीवी फुटेज के साथ पूरी साजिश का खुलासा किया गया है। रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि सीसीटीवी फुटेज में जो परीक्षार्थी दिखे हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, 70वीं बीपीएससी की बापू सभागार में हुई परीक्षा को लेकर अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। इसी केंद्र पर जमकर हंगामा और प्रदर्शन हुआ था, और परीक्षा को साजिश के तहत बाधित करने और रद्द करने की कोशिश की गई थी। इस मामले में तीन सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं, जिनमें कुछ परीक्षार्थी पूरी तरह से प्रश्न पत्र को फाड़ते हुए और हंगामा करते हुए दिख रहे हैं। यह घिनौनी साजिश सीसीटीवी में साफ दिखाई दे रही है, जिसमें कुछ परीक्षार्थी अंदर घुसकर प्रश्न पत्र फाड़ने और ओएमआर शीट को नष्ट करने की कोशिश करते हैं।
यह पूरी रिपोर्ट बिहार लोक सेवा आयोग को भेजी गई है, और इसमें सीधे तौर पर साजिश का खुलासा किया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने परीक्षा को बाधित करने की साजिश की थी। जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि कुछ परीक्षार्थियों ने साजिश के तहत परीक्षा में खलल डालने की कोशिश की थी। सीसीटीवी फुटेज में यह भी देखा गया कि ये तत्व प्रश्न पत्र को फाड़ने के अलावा, दूसरे कमरे में जाकर अन्य परीक्षार्थियों की परीक्षा को भी बाधित कर रहे थे।
यह मामला न सिर्फ परीक्षा प्रणाली की सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती है, बल्कि बिहार के युवाओं के भविष्य के लिए भी गंभीर मामला है। ऐसी साजिशों को रोकने के लिए बिहार लोक सेवा आयोग को कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि परीक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे।