भागलपुर के व्यापारी को डिजिटल अरेस्ट कर 51.85 लाख की हो गई ठगी.

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में साइबर अपराध के एक से एक बड़े मामले सामने आ रहे हैं.पटना में पिछले सप्ताह ही एक रिटायर्ड महिला प्रोफेसर से साढ़े तीन करोड़ की ठगी हो गई थी.अब दरभंगा से इसी तरह का डिजिटल आरेस्ट का एक बड़ा मामला सामने आया है.पटना की महिला प्रोफेसर की तरह दरभंगा में साइबर अपराधियों ने शेयर मार्केट ट्रेडिंग कारोबारी से 51.85 लाख रुपए ठग लिए है. साइबर अपराधी ने मुंबई पुलिस बनकर कारोबारी को फोन किया और कहा कि आपके आधार कार्ड से फ्रॉड हुआ है. इसके बाद पुलिस ड्रेस में वीडियो कॉल कर घर में ढाई घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा. इस दौरान कॉल पर ही निर्देश देकर 51.85 लाख रुपए अलग-अलग राज्यों के बैंक अकाउंट्स में ट्रांसफर करा लिये.

पुलिस के अनुसार 19 नंबर को विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के रूहेलगंज के रहने वाले को  पीड़ित राकेश रौशन छले गये और  रविवार यानी 15 दिसंबर को विश्वविद्यालय थाने में FIR उन्होंने दर्ज कराई है. 35 लाख रुपए मुंबई के तारकेश्वर शाखा के ICICI बैंक में शालिया एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के खाते में भेजे.5.85 लाख जोधपुर के बंधन बैंक में श्रीनाथ लमिताशन ज्वेलरी के खाते में भेजे.6 लाख रुपए भिलाई शाखा के बंधन बैंक में मुकेश वेगेटवल्स के खाते में भेजे.5 लाख रुपए परबतसर शाखा के बंधन बैंक में पन्ना राम के खाते में ट्रांसफर किए.इस तरह से राकेश रौशन ने 19 दिसंबर को डिजिटल अरेस्ट के दौरान 51.85 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए.फिर राकेश को शक हुआ कि वे साइबर ठगी के शिकार हो चुके हैं. राकेश ने साइबर हेल्प लाइन 1930 पर शिकायत की. इसके बाद पुलिस एक्टिव हुई और 27 लाख रुपए होल्ड कर दिए गए.

राकेश ने पुलिस से कहा कि एक अनजान नंबर से कॉल आया था. कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई के चेंबूर थाने का पुलिस ऑफिसर बताया था. उसने बताया कि आपके आधार कार्ड से फ्रॉड हुआ है. ठगों ने कहा था कि मेरे मुंबई के केनरा बैंक वाले खाते से नरेश गोयल नामक किसी व्यक्ति ने निकासी की है. यह सब कहकर मुझे खूब डराया और धमकाया. इससे उनके झांसे में आ गए.राकेश ने पुलिस को बताया कि वो \ 2015 से 2020 तक मुंबई में रहे थे. कोरोना के समय परिवार के साथ दरभंगा वापस आए गए, फिर मुंबई नहीं गए.उनका  मुंबई में एक्सिस बैंक में खाता है. केनरा बैंक में नहीं, लेकिन ठग ने अपने झांसे में लेकर पैसे ट्रांसफर करने के लिए मजबूर कर दिया.साइबर थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने बताया कि ‘मामले में FIR दर्ज कर ली गई है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 27 लाख रुपए होल्ड किए है. मामले की जांच की जा रही है. पुलिस बाकी पैसे रिकवर करने की कोशिश कर रही है.

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