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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को प्रयागराज के महाकुंभ मेले के कार्यों का निरीक्षण किया और इसके लिए कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इन योजनाओं की कुल लागत 5500 करोड़ रुपये है। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि प्रयागराज में एक नया इतिहास लिखा जा रहा है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत श्रमिकों को धन्यवाद देकर की।
प्रधानमंत्री ने कहा, “महाकुंभ को सफल बनाने में दिन-रात मेहनत कर रहे कर्मचारियों, श्रमिकों और सफाईकर्मियों का मैं विशेष आभार व्यक्त करता हूं। अगले साल का महाकुंभ देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।”
उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा, “अगर मुझे इस महाकुंभ का वर्णन करना हो, तो मैं इसे एकता का महायज्ञ कहूंगा, जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी। इस भव्य आयोजन की दिव्य सफलता के लिए मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं।”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “भारत पवित्र नदियों जैसे गंगा, यमुना, सरस्वती, कावेरी और नर्मदा का देश है। इन नदियों की पवित्रता और इन तीर्थों का महत्व, उनका संगम और प्रभाव, यही प्रयाग है।”
उन्होंने यह भी कहा, “जब संचार के आधुनिक माध्यम नहीं थे, तब कुम्भ जैसे आयोजनों ने समाज में बड़े बदलावों की नींव रखी थी। कुम्भ में संत और ज्ञानी लोग मिलकर समाज के सुख-दुख पर चर्चा करते थे और भविष्य की दिशा पर विचार करते थे। आज भी कुम्भ जैसे आयोजनों का महत्त्व उतना ही है। ऐसे आयोजनों से पूरे देश में सकारात्मक संदेश फैलता है और राष्ट्र चिंतन की धारा निरंतर प्रवाहित होती है।”
इससे पहले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी महाकुंभ के दौरान हो रहे कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “2025 के प्रयागराज महाकुंभ के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री का आगमन सभी सनातन धर्मावलंबियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आज यहां हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन होने जा रहा है।”