शादी रचाकर आदिवासियों की जमीन पर कब्जे का चल रहा है खेल,झारखंड-बिहार में अलर्ट.

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : झारखंड-बिहार में आदिवासी लड़कियों से शादी कर उनकी संपति गैर-आदिवासी खासतौर पर घुसपैठिये हड़प रहे हैं. गृह मंत्रालय ने बिहार झारखण्ड के के सभी आयुक्त डीएम एसएसपी एवं एसपी को आदिवासी बाहुल्य इलाकों में नजर रखने का निर्देश दिया है.गृह मंत्रालय के अनुसार गैर आदिवासी संगठनों की ओर से आदिवासी युवकों का मतांतरण किया जा रहा है.अवैध रूप से भारत आए विदेशी नागरिक आदिवासी युवतियों या महिलाओं से शादी कर उसकी संपत्ति पर कब्जा कर रहे हैं.

 बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से भी इसको लेकर  अलर्ट जारी किया गया है.राज्य के सभी आयुक्त, डीएम, एसएसपी एवं एसपी को आदिवासी इलाकों में विशेष नजर रखने को कहा गया है.विशेष शाखा के आइजी की ओार से जारी पत्र में कहा गया है कि विभिन्न एजेंसियों से मिले इनपुट से यह बात सामने आई है कि आदिवासी समुदायों के मतांतरण की प्रक्रिया चल रही है. गैर आदिवासी संगठनों की ओर से इसका लाभ उठाकर आदिवासियों का मतांतरण कर उसका शोषण कर रहे हैं. उनपर मतांतरण का दबाव भी डाला जा रहा है. पूर्व में मतांतरित एवं अन्य आदिवासियों में इसे लेकर अंतर जनजातीय संघर्ष की भी आशंका है.

रिपोर्ट के अनुसार आदिवासी युवतियों और महिलाओं से अवैध रूप से यहां आए विदेशी लोगों की ओर से शादी कर उसकी संपत्ति हड़पने की कोशिश जारी है.आदिवासी समुदाय में इससे अशांति फैल रही है. इसके अलावा आदिवासियों को अन्य स्थानीय समुदायों के खिलाफ भड़काने के लिए भी नैरेटिव सेट किए जा रहे हैं.इसे देखते हुए यह जरूरी है कि पुलिस और प्रशासन आदिवासी युवाओं के साथ काम करने वाले विभिन्न गैर-आदिवासी कार्यकर्ताओं और संगठनों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे. साथ ही आदिवासी बहुल इलाके में तैनात प्रशासन और पुलिस के कर्मी संवेदनशील रहें.

तिरहुत प्रमंडल में पश्चिम चंपारण जिले के बगहा में आदिवासियों की संख्या बहुत है. इसके अलावा बांका, कटिहार, किशनगंज, अररिया, मधेपुरा में आदिवासियों की अच्छी संख्या है. मुजफ्फरपुर में भी खरवार आदिवासी हैं. ऐसी जगहों पर पुलिस और प्रशासन को विशेष रूप से अलर्ट रहने को कहा गया है.

Share This Article