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पटना: बीपीएससी के उम्मीदवारों द्वारा नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया के खिलाफ किए गए बड़े प्रदर्शन के बाद छात्र नेता दिलीप कुमार को शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हालांकि, गिरफ्तारी के तीसरे दिन दिलीप कुमार को कोर्ट से जमानत मिल गई है और अब वह जल्द ही जेल से बाहर आएंगे। पिछले दो दिनों से छात्र अपने नेता दिलीप कुमार की रिहाई की मांग कर रहे थे।
बता दे कि दिलीप कुमार, जिन्होंने आगामी 70वीं बीपीएससी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू होने के खिलाफ प्रदर्शन किया था। उनको दो दिन पहले पटना के गर्दनीबाग पुलिस ने गिरफ्तार किया था। प्रसिद्ध शिक्षक खान सर और रहमान सर को भी शुक्रवार रात को पुलिस ने हिरासत में लिया था, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया। दिलीप कुमार समेत 250 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दंगा भड़काने, षड्यंत्र रचने और सरकारी कार्यों में बाधा डालने का मामला गर्दनीबाग पुलिस ने दर्ज किया था। शनिवार को कोर्ट में पेशी के बाद दिलीप कुमार को जेल भेज दिया गया था।
छात्रों का आक्रोश
नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ बीपीएससी उम्मीदवारों की भारी संख्या में भीड़ शुक्रवार को बीपीएससी कार्यालय के सामने जमा हुई थी, जहां प्रदर्शन और जोरदार नारेबाजी हुई, जिससे बेली रोड पर यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। पुलिस ने छात्रों को वहां से हटाने की कोशिश की, लेकिन वे वहां से हटने को तैयार नहीं हुए, जिसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा और स्थिति को नियंत्रित किया गया। जिला प्रशासन ने चेतावनी दी कि अगर किसी ने कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की, तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नॉर्मलाइजेशन को लेकर बीपीएससी का बयान
हालांकि, बीपीएससी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया लागू नहीं की जाएगी, इसके बावजूद कुछ छात्र प्रभावित होकर बीपीएससी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करने लगे। दिलीप कुमार, जो इस आंदोलन के प्रमुख थे, उनको गिरफ्तार कर लिया गया। इसके अलावा पटना स्थित खान ग्लोबल स्टडीज कोचिंग सेंटर के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है, क्योंकि कोचिंग सेंटर ने सोशल मीडिया पर अपने संस्थापक और यूट्यूबर खान सर की गिरफ्तारी का वीडियो साझा किया था। खान सर और गुरु रहमान ने भी छात्रों के इस आंदोलन का खुलकर समर्थन किया था। यह प्रदर्शन बीपीएससी उम्मीदवारों में बढ़ती असंतोष और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग को लेकर एक बड़ा मुद्दा बन गया है।