सिटी पोस्ट लाइव : साल 2025 में इंटरमीडिएट और मैट्रिक परीक्षा में टॉप करने वाले छात्रों के लिए बड़ी खबर है.उन्हें पुरस्कार राशि दोगुनी मिलेगी. पहले प्रथम स्थान लाने वाले छात्र को अब दो लाख रुपये लैपटॉप प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया जाएगा.परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 में तीनों संकाय – विज्ञान, कला एवं वाणिज्य में प्रथम पांचवें रैंक तक और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 में प्रथम से 10 वें रैंक तक स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की देय पुरस्कार राशि दोगुनी की जाएगी.
द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 75 हजार की जगह 1.5 लाख रुपये मिलेंगें.तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 50 हजार की जगह एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी.मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 में चतुर्थ स्थान से 10 वें तक स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 10 हजार की जगह 20 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे. इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 में चतुर्थ एवं पांचवां स्थान प्राप्त किए हुए विद्यार्थियों को 15 हजार की जगह 30 हजार रुपये पुरस्कार राशि दी जाएगी.पहले की तरह मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट 2025 के सभी पुरस्कृत विद्यार्थियों को एक-एक लैपटॉप, प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया जाएगा.
परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि बोर्ड द्वारा टॉपर विद्यार्थियों को दिए जाने वाले ‘बिहार विद्यालय परीक्षा समिति देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेधा छात्रवृत्ति’ की राशि में भी वर्ष 2025 से बढ़ोतरी की जाएगी.इसके तहत वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2025 में प्रथम से 10वें रैंक तक स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को प्रतिमाह 12 सौ रुपये की जगह अब प्रतिमाह दो हजार रुपये दिया जाएगा.इसी तरह वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2025 के टॉप-10 विद्यार्थियों को राज्य सरकार या केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान में नियमित रूप से नामांकित होकर अध्ययनरत रहने वाले 11 वीं एवं 12 वीं कक्षा में यानी दो वर्ष तक प्रति माह दो हजार रुपये छात्रवृत्ति दी जाएगी.
अध्यक्ष ने बताया कि तकनीकी डिप्लोमा पाठ्यक्रम में नियमित अध्ययनरत रहने वाले पर उक्त कोर्स की समाप्ति तक प्रति माह दो हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी जाएगी. इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 के तीनों संकायों में भी टॉप-5 में स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 15 सौ रुपये माह की जगह 25 सौ रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाएगी.छात्रवृत्ति की यह राशि राज्य सरकार या केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान में सामान्य स्नातक पाठ्यक्रम के लिए नामांकित होकर नियमित रूप से अध्ययनरत रहने पर तीन वर्ष तक दी जाएगी.स्नातक तकनीकी शिक्षा पाठ्यक्रम में नामांकित होकर नियमित रूप से अध्ययनरत रहने पर चार वर्ष तक या समेकित पांच वर्षीय कोर्स के लिए पांच वर्ष तक यह छात्रवृत्ति दी जाएगी.तकनीकी शिक्षा डिप्लोमा पाठ्यक्रम में नामांकित होकर नियमित रूप से अध्ययनरत रहने पर उक्त कोर्स की समाप्ति तक यह छात्रवृत्ति दी जाएगी.