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राजनीति में बेटे को लांच करने जा रहे हैं पशुपति पारस.

इसी दिन पार्टी नेता सूरजभान सिंह कर सकते हैं बड़ा फैसला, कर सकते हैं पार्टी छोड़ने का ऐलान.

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सिटी पोस्ट लाइव : राष्ट्रीय लोजपा (पारस० में बहुत जल्द कुछ बड़ा  परिवर्तन होनेवाला है. पटना में 19-20 नवंबर को हुई मैराथन बैठक के बाद रालोजपा सुप्रीमो व पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के पुत्र यश राज उर्फ मुस्कान पासवान को राजनीती में लांच करने की तैयारी है. खगड़िया के अलौली में यस राज पासवान उर्फ़ मुस्कान डेरा डाल चुके हैं. 28 नवंबर को शहरबन्नी (रामविलास पासवान के पैतृक गांव) में लोजपा के स्थापना दिवस मनाये जाने की तैयारी में मुस्कान जुटे हुए हैं.वो अलौली में घूम-घूमकर लोगों से भी शहरबन्नी आने की अपील कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस समारोह के बाद अलौली विधानसभा क्षेत्र के गांव-गांव जाएंगे. इसे राष्ट्रीय लोजपा की 2025 में अलौली (सुरक्षित) विधानसभा सीट से  मुस्कान को चुनाव् में उतारने की  तैयारी के रूप में देखा जा रहा है.

 

पारस अपने इकलौते पुत्र यश राज को यहां से चुनाव लड़ाना चाह रहे हैं. पशुपति कुमार पारस अलौली विधानसभा से कई बार विधायक रह चुके हैं और यह उनका गृह क्षेत्र है. पशुपति कुमार पारस अलौली विधानसभा क्षेत्र से सात बार विधायक रहे हैं. उन्होंने जनता पार्टी की टिकट पर 1977 में दिग्गज कांग्रेस नेता मिश्री सदा को हराया था. उसके बाद 2010 तक लगातार अलौली विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया.2010 के विधानसभा चुनाव में उन्हें पहली बार जदयू के रामचंद्र सदा से हार का सामना करना पड़ा.

 

राजनीतिक पंडितों के अनुसार  28 नवंबर को फिर से रामविलास पासवान के विरासत की दावेदारी की लड़ाई 28 नवंबर को लोजपा की स्थापना दिवस से शुरू होगी. रामविलास पासवान के पैतृक गांव शहरबन्नी में रालोजपा ने बड़ा कार्यक्रम तय किया है.पशुपति पारस इसी दिन रामविलास पासवान की मूर्ति की स्थापना करवाकर रामविलास पासवान की राजनीति के असली बारिश होने के दावे को दुह्रायेगें. पशुपति पारस के इस कार्यक्रम को रामविलास पासवान की विरासत की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है.मालूम हो कि लोजपा की स्थापना रामविलास पासवान ने इसी दिन की थी.लेकिन सूत्रों के अनुसार इसी दिन पार्टी के नेता सूरजभान सिंह बड़ा बम फोड़ सकते हैं.अगर इस दिन पारस ने कोई बड़ा फैसला नहीं लिया तो सूरजभान सिंह बड़ा फैसला जरुर ले लेगें.

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