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मुस्लिम समाज को भाने लगे हैं प्रशांत किशोर, होनेवाला है बड़ा उलटफेर.

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सिटी पोस्ट लाइव : जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर मुस्लिम समाज को जोड़ने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगाये हुए हैं. 1 सितम्बर को मुस्लिम समाज के राजनीति में प्रतिनिधित्व पर मंथन के लिए उन्होंने बापू सभागार में मुस्लिम समाज से जुड़े बुद्धजीवी लोगों की बैठक बुलाई है.इस बैठक में 10 हजार से ज्यादा अल्पसंख्यक समाज के लोगों के जुटने की उम्मीद है.आज प्रशांत किशोर ने मुस्लिम युवाओं का आह्वान करते हुए कहा है कि वे जन सुराज के निर्माण में भागीदार बनें और राज्य के विकास में अपनी भूमिका का निर्वहन करें.

 

प्रशांत किशोर मुस्लिम समाज के लोगों को ये समझा रहे हैं कि शुरू से आजतक उनका इस्तेमाल केवल वोट बैंक के रूप में किया जाता रहा है.उनकी आबादी 18 फीसदी है लेकिन आजतक उन्हें राजनीति में किसी दल या नेता ने उचित भागेदारी नहीं दी.वो मुस्लिम समाज के लोगों को समझा रहे हैं कि वो अब किसी दल को जिताने हराने का काम छोड़कर अपने बच्चों को राजनीति में आगे बढाने की चिंता करें तभी उनका कल्याण हो सकता है. जबतक उनके समाज से नेता नहीं निकलेगें, उनके समाज का कल्याण नहीं होनेवाला.उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को राजनीति में आगे कीजिये. जन सुराज उन्हें प्रशिक्षित करेगा और उनके अंदर नेतृत्व क्षमता विकसित करेगा.

 

प्रशांत किशोर गुरुवार को फुलवारी शरीफ में उलेमाओं, बुद्धिजीवियों और समाजसेवियों के चिंतन शिविर को संबोधित कर रहे थे.सबसे ख़ास बात प्रशांत किशोर की बात मुस्लिम समाज को भानेल्गी है.उन्हें लगने लगा है कि अपने वोट बैंक का इस्तेमाल वो अपने बच्चों को राजनीति में आगे बढाने में कर सकते हैं.बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के युवा-नेता प्रशांत किशोर से जुड़ने लगे हैं.मुस्लिम समाज के धुरंधर नेता मोनाजिर हसन भी जन-सुराज से जुड़ चुके हैं. पहलीबार किसी राजनीतिक दल इ बैठक में दस हजार से ज्यादा मुस्लिम समाज के लोग शामिल होने जा रहे हैं.

 

जिस तरह से हर जाति-मजहब के युवाओं  और महिलाओं का जन-सुराज से जुड़ने का सिलसिला जारी है, प्रशांत किशोर बिहार की राजनीति में बड़ा उथल-पुथल मचा सकते हैं.लालू यादव के साथ साथ नीतीश कुमार की चुनौती बढ़ा सकते हैं.वैसे प्रशांत किशोर के इस राजनीतिक अभियान के प्रभाव से लालू यादव और नीतीश कुमार बेपरवाह नहीं हैं.आरजेडी के नेता जगदानंद सिंह पहले ही चिंता जाता चुके हैं और जेडीयू भी प्रशांत किशोर के अभियान को गंभीरता से ले रही है.अगर मुस्लिम गोलबंद हो गये तो बिहार विधान सभा चुनाव में प्रशांत किशोर बड़ा कमाल दिखा सकते हैं.

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