सिटी पोस्ट लाइव :पिछले 17 महीने के महागठबंधन सरकार की उपलाधियों को तेजस्वी यादव के खाते में डालने में RJD के नेता जोरशोर से जुटे हुए हैं.RJD नेता मनोज झा ने कहा कि नीतीश कुमार RJD के पास सरकार बनाने का प्रस्ताव लेकर आये थे.तेजस्वी यादव इसी शर्त पर तैयार हुए थे कि अपने चुनावी घोषणा पात्र में 10 लाख लोगों को नौकरी देने का काम सबसे पहले करेगें.तेजस्वी यादव ने सत्ता में आते ही नौकरिया देने का काम किया.मनोज झा ने सवाल किया कि तेजस्वी यादव ने तो 17 साल के अपने शासन काल में लाखों लोगों को नौकरियां दे दी, नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दरवा दे दिया लेकिन नीतीश कुमार ने अपने 17 साल के शासन काल में क्या किया? कितनी नौकरियां दी.
मनोज झा ने कहा कि नीतीश कुमार अब RJD के साथ नहीं हैं.बीजेपी के साथ सरकार बना चुके हैं ऐसे में उनकी पार्टी उनसे आग्रह करती है कि तेजस्वी यादव ने शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग में ढाई लाख से ज्यादा लोगों को नौकरियां देने की जो तैयारी की थी, उसे नीतीश कुमार जल्द से जल्द पूरा करें.तेजस्वी यादव से राजनीतिक लड़ाई लादेन लेकिन नियुक्तियों को न टालें.मनोज झा ने कहा कि एक लाख और शिक्षकों की और स्वास्थ्य विभाग में 1 लाख 33 हजार लोगों को नौकरी देने की योजना तेजस्वी यादव ने बना ली थी.सरकार तेजस्वी यादव के इस फैसले को अमलीजामा पहनाये. .
मनोज झा ने जातीय जनगणना और आरक्षण की सिमा में बढ़ोतरी का श्रेय भी तेजस्वी यादव को देते हुए कहा कि ये लालू यादव और तेजस्वी यादव की पुरानी मांग थी जिसे उन्होंने सरकार बनने के बाद पूरा करवाया.उन्होंने कहा कि लालू यादव का ही नारा था –जिसकी जीतनी आबादी, उतनी हिस्सेदारी.लालू यादव और तेजस्वी यादव नहीं होते तो बिहार में जातीय जनगणना नहीं होती .आरक्षण की सीमा में बढ़ोतरी नहीं होती.
मनोज झा ने कहा कि नीतीश कुमार ने क्यों RJD का साथ छोड़ा अभीतक बता नहीं पाए हैं.उन्होंने इंडिया गठबंधन के नाम को लेकर नीतीश कुमार की आपति पर कहा कि मैं सभी बैठकों में मौजूद था, बोलूँगा तो वो कहीं मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेगें.