सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की राजधानी पटना समेत लगभग आधा दर्जन शहरों में प्रदुषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुँच गया है. राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने वायु प्रदूषण रोकने के लिए बड़ा फैसला लिया है. बोर्ड ने दीपावली एवं छठ के दौरान पटना, गया, मुजफ्फरपुर तथा हाजीपुर में पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. राज्य के बाकी हिस्सों में ग्रीन पटाखा फोड़ने की अनुमति प्रदान की गई है.बोर्ड के के अध्यक्ष डॉ. डीके शुक्ला का कहना है कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण के निर्देशों का पालन करते हुए इन शहरों में पटाखा फोड़ने पर प्रतिबंध लगाया गया है. राज्य के कई शहरों में प्रदूषण की स्थिति पहले से ही खराब है.
पटना, मुजफ्फरपुर, गया एवं हाजीपुर में पटाखा फोड़ना मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है. पटाखों में आजकल विभिन्न रासायनिक तत्वों का उपयोग किया जा रहा है. कई पटाखों में रंगीन प्रकाश के लिए भारी धातुओं का उपयोग किया जा रहा है, जो स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित करता है. डॉ.शुक्ला ने कहा कि राज्य के अन्य शहरों में ग्रीन पटाखा फोड़ने की अनुमति प्रदान की गई है. ठंड के मौसम के दस्तक के साथ ही बिहार की राजधानी पटना में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है. यहां AQI 129 के पार पहुंच गया है. पटना के अलावा हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, गया में भी प्रदूषण का स्तर बढ़ा है. इसलिए एहतियातन सरकार ने पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया है.
बिहार राज्य नियंत्रण प्रदूषण पर्षद द्वारा गुरुवार को वायु प्रदूषण की स्थिति पर रिपोर्ट जारी होने के बाद नगर निगम के आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने सभी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि दो शिफ्टों में सुबह एवं शाम में चार-चार घंटे के लिए मशीनों को विशेष रूप से पानी का छिड़काव कराया जाए. नगर आयुक्त के निर्देश मिलते ही दो पालियों में पानी का छिड़काव शुरू हो गया. मौसम बदलने के साथ वायु में धूलकण की मात्रा बढ़ गई है.
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