सिटी पोस्ट लाइव : रेलवे में लैंड फॉर जॉब मामले में आज राउज एवेन्यू कोर्ट में होने वाली सुनवाई बेहद अहम है. लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई द्वारा दाखिल चार्जशीट पर राउज एवेन्यू कोर्ट 21 सितंबर को संज्ञान ले सकता है. इस चार्जशीट मे बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को सीबीआई ने आरोपी बनाया है. पिछली सुनवाई में सीबीआई ने कोर्ट को बताया था कि लालू प्रसाद यादव के खिलाफ केस चलाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से इजाजत मांगी थी इस पर मंजूरी मिल गई है.
CBI के वकील ने कहा था कि मामले में बाकी तीन अधिकरियों के खिलाफ सेक्शन एक हफ्ते में मिल जाएगा. 3 जुलाई को सीबीआई ने लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में नई चार्जशीट दाखिल की थी. अगर तीन आरोपी अधिकारियों के खिलाफ गृहमंत्रालय की मंजूरी मिल गई तो कल पूरी संभावना है कि कोर्ट तेजस्वी यादव को आरोपी के तौर पर समन जारी कर सकती है.लैंड फॉर जॉब का यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे. लालू यादव पर आरोप है कि उनके रेल मंत्री रहते हुए नियमों की अनदेखी कर कुछ लोगों को रेलवे में नौकरी दी गई. इसके लिए कोई भर्ती नोटिफिकेशन निकाला गया था. साथ ही जिन लोगों को नौकरी दी गई उनसे लालू परिवार के सदस्यों के नाम पर पटना, मुंबई समेत अन्य शहरों में बेशकीमती जमीन लिखवाई गई.
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सिटी पोस्ट लाइव : रेलवे में लैंड फॉर जॉब मामले में आज राउज एवेन्यू कोर्ट में होने वाली सुनवाई बेहद अहम है. लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई द्वारा दाखिल चार्जशीट पर राउज एवेन्यू कोर्ट 21 सितंबर को संज्ञान ले सकता है. इस चार्जशीट मे बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को सीबीआई ने आरोपी बनाया है. पिछली सुनवाई में सीबीआई ने कोर्ट को बताया था कि लालू प्रसाद यादव के खिलाफ केस चलाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय से इजाजत मांगी थी इस पर मंजूरी मिल गई है.CBI के वकील ने कहा था कि मामले में बाकी तीन अधिकरियों के खिलाफ सेक्शन एक हफ्ते में मिल जाएगा. 3 जुलाई को सीबीआई ने लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में नई चार्जशीट दाखिल की थी. अगर तीन आरोपी अधिकारियों के खिलाफ गृहमंत्रालय की मंजूरी मिल गई तो कल पूरी संभावना है कि कोर्ट तेजस्वी यादव को आरोपी के तौर पर समन जारी कर सकती है.लैंड फॉर जॉब का यह मामला 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे. लालू यादव पर आरोप है कि उनके रेल मंत्री रहते हुए नियमों की अनदेखी कर कुछ लोगों को रेलवे में नौकरी दी गई. इसके लिए कोई भर्ती नोटिफिकेशन निकाला गया था. साथ ही जिन लोगों को नौकरी दी गई उनसे लालू परिवार के सदस्यों के नाम पर पटना, मुंबई समेत अन्य शहरों में बेशकीमती जमीन लिखवाई गई.रेलवे में नौकरी के बदले जमीन के इस मामले में तेजस्वी यादव के अतिरिक्त राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी समेत 17 नामजद अभियुक्त हैं. इन पर रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन लिखवाने का आरोप है. हालांकि, इस मामले में पहले ही लालू यादव और राबड़ी देवी जमानत पर बाहर हैं. सीबीआई लैंड फॉर जॉब घोटाले की जांच कर रही है, जबकि इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े पहलुओं की जांच ईडी कर रही है.