सिटी पोस्ट लाइव :मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए देश भर के छात्र कोटा जाते हैं.लेकिन जिस तरह से कोटा में छात्रों के आत्म-हत्या के मामले सामने आ रहे हैं, अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है.राजस्थान के कोटा में छात्रों की आत्महत्या (Kota Students Suicide) का मामले थमते नहीं दिख रहे हैं. रविवार को एक दिन में दो स्टूडेंट्स ने सुसाइड कर लिया. दोनों ही छात्र राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (NEET) की तैयारी कर रहे थे. एक साथ दो छात्रों के सुसाइड से हड़कंप मच गया है.
जिला प्रशासन ने कोटा के कोचिंग सेंटरों में होने वाली परीक्षाओं और टेस्ट रोकने को लेकर बड़ा फैसला लिया है. कोटा प्रशासन ने जिले के सभी कोचिंग सेंटर में टेस्ट-परीक्षाओं को दो महीने तक रोक दी है.कोटा जिला कलेक्टर की ओर से जारी पत्र के अनुसार कोचिंग के लिए आए छात्रों को ‘मानसिक सहायता और सुरक्षा प्रदान करने’ को लेकर अहम फैसला लिया गया है. कोटा में कोचिंग सेंटरों पर टेस्ट और परीक्षाएं दो महीने तक रोक दी गई हैं.
दरअसल, कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आए स्टूडेंट्स जिस भी कोचिंग में पढ़ते हैं वहां समय-समय टेस्ट होते रहते हैं. एक के बाद एक स्टूडेंट्स के सुसाइड की घटनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने अब कोचिंग के इन टेस्ट और परीक्षाओं पर दो महीने के लिए रोक लगा दी है.इससे पहले रविवार को राजस्थान के कोटा में दो अलग-अलग घटनाओं में NEET की तैयारी कर रहे दो छात्रों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी.
Comments are closed.