बकरी चोरी से बना ली 10 करोड़ की इमारत.
फिर शुरू कर दिया ऑटो लिफ्टर गैंग, ऑटो में बिठाकर यात्रियों के साथ करने लगे लूट-पाट.
सिटी पोस्ट लाइव : क्या कोई बकरी चोरी करनेवाला करोडपति बन सकता है? आपके इस सवाल का जबाब पटना पुलिस के पास है.पटना पुलिस के अनुसार उसने एक ऐसे बकरी चोर गिरोह को धर दबोचा है जो करोडपति है. बिहार की राजधानी पटना के कोतवाली पुलिस की गिरफ्त में आए नट खलीफा गिरोह के तीन शातिरों से पूछताछ में ये खुलासा हुआ है. इनके घरों की भव्यता देख पुलिस हैरान है. बकरी चोरी और लोगों की जेब काटकर दस करोड़ की इमारत खड़ी करने के साथ तिजोरी भी भर ली है.
दो महीने के अंतराल में अपनी आटो में यात्रियों को बैठा कर उनसे सात लाख रुपये लूटनेवाले इस गिरोह के पास से यात्रियों से लुटे गये बैग , सोने-चांदी के जेवरात और नगदी वरामद हुए हैं. गिरफ्तार वीरू नट , संतोष खलीफा और एवं अजय खलीफा के पास से वारदात में प्रयुक्त आटो, पांच लाख 63 हजार नकद, सोने-चांदी के गहने, तीन मोबाइल और अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति के कागजात मिले हैं.सभी आरोपित आपस में रिश्तेदार हैं. वे पारिवारिक पेशे के रूप में सुनियोजित ढंग से चोरी, छिनतई करते हैं.
गिरफ्तार चोर वीरू के अनुसार गिरोह का मुख्य पेशा बकरी चोरी है. वे दिन में घरों व गांवों की रेकी करते थे और रात में वहां से बकरी चुरा कर पटना के चितकोहरा स्थित बाजार में बेचते थे.वीरू पैरों से दिव्यांग है, लेकिन आटो चलाने में माहिर है. इस कौशल के सहारे गिरोह ने अपराध का दूसरा तरीका अपना लिया.वीरू अनुमान के आधार पर भोर में बैरिया स्थित निजी बस स्टैंड अथवा पटना जंक्शन के पास से वैसे यात्रियों को आटो में बिठाने लगा और उन्हें लूटने लगा.उसे मालूम था कि बिहार के स्वर्ण व्यवसायियों के कैरियर कोलकाता से जेवरात बनवा कर भोर वाली ट्रेन से आते हैं.
गिरफ्तार आरोपितों की संपत्ति के बारे में कोतवाली थाने की पुलिस पता लगा रही है. इसका पूरा ब्योरा आयकर विभाग और ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) को सौंपा जाएगा.इन दोनों एजेंसियों की जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आरोपितों की संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई करेगी. वीरू नट ने भी वैशाली के जढ़ुआ में कई भूखंड के लिए बयाना कर रखा है.उसके पास लगभग चार करोड़ रुपये की संपत्ति होने का अनुमान है. पुलिस उसके दस्तावेजों को एकत्र करने की तैयारी में जुटी है.
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