सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में महागठबंधन और एनडीए बनकर तैयार है.महागठबंधन में 6 दल हैं तो एनडीए में भी 5 दल शामिल हो चुके हैं.बिहार की चार छोटी पार्टियों को किसी गठबंधन में अभीतक जगह नहीं मिली है.उसमे से एक पार्टी मुकेश सहनी की वीआइपी पार्टी भी है. जिस तरह से पिछले विधान सभा चुनाव में चिराग पासवान अकेले चुनाव मैदान में उतर गये थे उसी तरज पर इसबार लोक सभा चुनाव में वीआईपी सुप्रीमो मुकेश साहनी निषाद अकेले मैदान में उतरने की तैयारी में हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में NDA और INDIA किसी के साथ नहीं हूं. रविवार को मुकेश सहनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि विकासशील इंसान पार्टी की ओर से 25 जुलाई को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में फूलन देवी की शहादस दिवस समारोह का आयोजन किया गया है. समारोह की समाप्ति के बाद आरक्षण यात्रा निकाली जाएगी.
मुकेश सहनी ने कहा कि निषाद आरक्षण यात्रा बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में जाएगी और इन तीनों राज्यों की सरकारों से निषाद समाज को आरक्षण देने की मांग की जाएगी. उन्होंने कहा कि 100 दिनों की यात्रा 4 नवंबर को समाप्त होगी. उन्होंने यह साफ किया कि हमारी पार्टी ना NDA के साथ है और ना ही INDIA के साथ. हम अपनी पार्टी और अपने लोगों से साथ हैं.मुकेश सहनी ने कहा कि तीन राज्यों के 80 जिलों में अपने लोगों के बीच जाएंगे. इस यात्रा के दौरान घर-घर अपनी पार्टी की विचारधारा को पहुंचाएंगे. उन्होंने कहा कि बंगाल और दिल्ली में निषाद समाज के लोगों को आरक्षण है. उन्होंने कहा कि दो राज्यों में आरक्षण की सुविधा मिल रही है तो बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड में भी निषाद समाज को आरक्षण मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं.
NDA या INDIA की तरफ से न्योता के सवाल पर उन्होंने कहा कि न्योता तो दोस्त को दिया जाता है. अमित शाह, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव से राजनीतिक संबंध के सवाल पर कहा कि हमारे व्यक्तिगत संबंध सभी से अच्छे हैं, लेकिन हमारी राजनीतिक पार्टी है और विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं.उन्होंने कहा कि निषाद विकास संघ के बैनर तले पांच साल तक बिहार में काम किया. 2018 में हमने पार्टी बनाई. 2020 में बिहार में हमारे समर्थन से सरकार बनी. लेकिन लोगों ने हमारे साथ गलत किया. गरीब समाज के बेटा को कुचला गया और गठबंधन से बाहर कर दिया. उन्होंने कहा कि निषाद समाज को जो आरक्षण देगा, हम उसके साथ जाएंगे.