सिटी पोस्ट लाइव : महागठबंधन में शामिल पार्टी भाकपा माले ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. लोकसभा चुनाव को लेकर माले सात क्षेत्रों पर विशेष फोकस कर रही है और इन क्षेत्रों में आंदोलन तेज करने का फैसला पार्टी ने लिया है. माले पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेन्द्र झा के अनुसार आरा, सिवान, बक्सर, काराकाट, जहानाबाद, पाटलिपुत्र, कटिहार आदि महत्वपूर्ण लोकसभा क्षेत्रों पर पार्टी का फोसस है. ईन जिलों में इस महीने के अंत तक हर बूथ पर ब्रांच बनाने का निर्णय लिया गया है.
हुए माले पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा के अनुसार बिहार में दलित- गरीबों के मुद्दे पर पार्टी आंदोलन चला रही है. बिजली के मुद्दे पर आंदोलन कर रही है. शिक्षकों के आंदोलन को पूरा समर्थन दे रही है.माले 40 लोक सभा सीटों पर तैयारी कर रही है.माले के अनुसार शिक्षक नियोजन को लेकर नीतीश सरकार की जो नीतियां हैं वह गलत हैं. टेररिस्ट मोड में शिक्षा का सुधार नहीं हो सकता. शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया ठीक से नहीं चल रही है. डोमिसाइल को सरकार ने जीएसटी जैसा बना दिया है. भाजपाई माइंड सेट के ब्यूरोक्रेट्स के इशारे पर सरकार काम कर रही है इसलिए गड़बड़ियां हो रही हैं.
गौरतलब है कि माले का शिष्टमंडल लालू प्रसाद से भी मिला था. दलित-गरीबों को उजाड़े जाने, गरीबों को शराब के नाम पर जेल भेजा जाएगा, स्कीम वर्करों को जीने लायक मजदूरी नहीं दी जाएगी तो महागठबंधन सरकार के बारे में माहौल ठीक नहीं बनेगा. नीतीश कुमार प्रोपर चैनल से बात नहीं कर रहे हैं इसलिए लालू प्रसाद से हमलोगों ने आग्रह किया कि नीतीश जी से बात कर यह कोशिश हो कि पॉपुलर सरकार कैसे बने. दमनकारी तरीके से बेहतर सरकार नहीं चल सकती.