सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना विपक्षी एकता के मिशन को आगे बढाते हुए आज गुरुवार की सुबह शरद पवार और उद्धव ठाकरे से मिले. जानकारी के अनुसार, नीतीश कुमार विपक्षी एकता का संदेश लेकर दोपहर को मुंबई पहुंच गए.उनके साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, बिहार विधान परिषद के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर और सहकारिता मंत्री संजय कुमार झा भी मुंबई गए हैं. मुंबई में JDU की ओर से नीतीश कुमार का जोरदार स्वागत किया गया.मुंबई में जगह-जगह ‘देश मांगे नीतीश’ के पोस्टर लगाये गये थे.मुख्यमंत्री ने शरद पवार और उद्धव ठाकरे से मुलाक़ात की.कहा जा रहा है कि बहुत साकारात्मक बातचीत हुई है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. वे विपक्ष के नेताओं से घूम-घूमकर मुलाकात कर रहे हैं. बुधवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी.हेमंत सोरेन से सकरात्मक बातचीत के बाद वो मुंबई पहुंचे हैं. दो दिन पहले बिहार के सीएम ओडिशा दौरे पर थे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की थी. हालांकि, दोनों ने किसी भी राजनैतिक मुद्दे पर बातचीत से इनकार किया था.नीतीश कुमार ने कहा कि उनके नवीन पटनायक से संबंध अच्छे है इसलिए मिलने आए हैं. ऐसे में कहा जा रहा है कि विपक्षी एकता का संदेश लेकर गए नीतीश कुमार की पटनायक से बात नहीं बनी.
ओडिशा के सीएम नीतीश कुमार से मुलाक़ात के बाद आक गुरुवार को पीएम मोदी से मिलने दिल्ली पहुँच गये हैं. अब नीतीश कुमार से मुलाकात के दो दिन बाद नवीन पटनायक का दिल्ली पहुंचना भी चर्चा का विषय बन गया है. बताया जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर पटनायक और पीएम मोदी में बात हो सकती है.अब सबकी नजरें शरद पवार और उद्धव ठाकरे से नीतीश कुमार की होनेवाली मुलाक़ात पर टिकी है.शरद यादव क्या करेगें, कह पाना मुश्किल है क्योंकि वो पहले भी अडानी के विपक्ष के विरोध को गलत बता चुके हैं.