सिटी पोस्ट लाइव : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में एक प्राध्यापक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लालू यादव की शिकायत कर दी .उसकी शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री समेत वहां मौजूद सभी अधिकारी हैरत में पड़ गए. बांका से आए प्राध्यापक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जनता दरबार में कहा कि वह तिलका मांझी विश्वविद्यालय मे अध्यापन का काम कर रहा था. उसी समय बिहार बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने उनकी पिटाई की.सबसे ज्यादा पिटाई लालू ने की.इतना ही नहीं इसके बाद उनके ऊपर एससी-एसटी एक्ट के तहत केस भी दर्ज करवा दिया.
प्राध्यापक ने कहा कि उसने आरोपियों के खिलाफ पहले ही केस दर्ज कराया था, लेकिन उस पर अब तक सुनवाई नहीं हुई है. जब सबको पता चला कि यह मामला पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव नहीं, बल्कि किसी और शख्स का मामला है, तब सब सामान्य हुए.मुख्यमंत्री के कार्यक्रम जनता दरबार में सीएम नीतीश के निर्देश देने के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं हुई. ऐसे मामलों पर सीएम नीतीश कुमार ने गुस्सा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि आज भी तीन-चार मामले इस तरह के आ गए हैं, पहले भी आए हैं. एक्शन क्यों नहीं हुआ इसे देखिए.
दरअसल, सिवान से आए एक मामले के क्रम में मुख्यमंत्री को यह जानकारी मिली कि एक व्यक्ति के पुत्र की हत्या हो गई थी. मामले में आरोपी की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है, जबकि इसके पूर्व भी वह इस आशय की गुहार जनता दरबार में मुख्यमंत्री के समक्ष लगा चुका है. मुख्यमंत्री ने तुरंत गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद को फोन लगाया और कार्रवाई का निर्देश दिया.
उन्होंने मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और डीजीपी आरएस भट्टी को अपने पास बुलाया और पूरी बात बताई. मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां से कहा गया था फिर भी गिरफ्तारी नहीं हो रही. बेतिया से आए इसी तरह के एक अन्य मामले में भी मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को कार्रवाई का निर्देश दिया. पप्पू कुमार ने कहा कि वह पिछले वर्ष भी आए थे, पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई है.