Tushar Gandhi Opposes Release Of Anand Mohan महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने रविवार को पटना में कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में वर्तमान राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में गांधी की प्रासंगिकता विषयक संगोष्ठी को संबोधित किया। (तुषार गांधी की फाइल फोटो)
सिटी पोस्ट लाइव : लेखक व महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने आनंद मोहन की जेल से रिहाई का विरोध किया है.उन्होंने कहा कि हमारे देश में 1946-47 जैसे हालात बन गए हैं. दुष्कर्म व हत्यारे जेल से रिहा किए जा रहे हैं.बिहार में भी इन दिनों पूर्व सांसद आनंद मोहन की जेल से रिहाई का विषय चर्चा में है. इनकी रिहाई का हम सभी बहिष्कार करेंगे. हम अकेले लड़ाई नहीं लड़ सकते.ऐसे में सभी को एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा. तुषार गांधी रविवार को स्काडा बिजनेस सेंटर में लोक परिषद व इप्टा की ओर से आयोजित वार्ता में बोल रहे थे.
लेखक तुषार गांधी ने कहा कि वर्तमान में देश बेहद नाजुक राजनीतिक दौर से गुजर रहा है. कुछ अति उत्साही राजनीतिक विचारधारा के लोग विपक्ष को जगह नहीं देना चाहते.उन्होंने आरोप लगाए कि गांधी की हत्या में गोडसे केवल हत्यारा था, असली कातिल आरएसएस और हिन्दू महासभा के लोग और विचार थे. जरूरत है कि हम कांग्रेस और राहुल गांधी के संघर्ष के साथ खड़े हों.तुषार गांधी रविवार को पटना में थे और कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में वर्तमान राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में गांधी की प्रासंगिकता विषयक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे.तुषार गांधी ने कहा कि भारत को भारत बनाने में कई महान विभूतियों ने प्राणों की आहुति दी, लेकिन वर्तमान दौर में उनके बलिदान को तोड़-मरोड़ के पेश करने का फैशन चल पड़ा है.
तुषार गांधी ने कहा कि जरूरी है कि हम नफरत व डर के माहौल को खत्म करें। गांधी की हत्या के बाद गांधीवाद की हत्या के लिए सत्तापक्ष आमादा है, हमें इसके खिलाफ खड़ा होना होगा.उन्होंने कहा कि संघ के पास ऐसा नेता नहीं, जिसका कद बड़ा हो. कांग्रेस के पास ऐसे नेताओं की फेहरिस्त है.उन्होंने कहा कि जो सरदार पटेल की उंचाई मूर्ति की लंबाई से नापते हैं, वे पटेल के बारे में जानते तक नहीं.संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि गांधी की विचारधारा को हम आगे बढ़ाएं.