बिहार के सभी बाहुबलियों की रिहाई की शुरू हो गई है मांग.
अपराध पर जीरो टोलेरेंस की नीति पर चलनेवाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बढ़ गई है परेशानी.
सिटी पोस्ट लाइव : बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई नीतीश सरकार के लिए मुसीबत बनती जा रही है.अब जेलों में बंद बिहार से सभी बाहुबलियों को आनंद मोहन की तरह जेल से रिहा करने की मांग उठने लगी है.सबसे ख़ास बात ये है कि RJD से जुड़े बाहुबली नेता प्रभुनाथ सिंह, अनंत सिंह की रिहाई की मांग उठने लगी है.अनंत सिंह और प्रभुनाथ सिंह की रिहाई की मांग को लेकर पटना में बैनर पोस्टर भी लगने लगे हैं.पटना में लगे एक पोस्टर में अनंत सिंह और प्रभुनाथ सिंह को शेर के रूप में दिखाया गया है.इस पोस्टर में लिखा है- सवर्णों को चाहिए अधिकार, नहीं चलेगा अत्याचार.
पोस्टर पर लिखा है प्रभुनाथ सिंह को भी रिहा करो, भाई अनंत सिंह के योगदान को क्यों भुलाओगे, क्या उनको बाहर नहीं लाओगे.यह पोस्टर स्वरण क्रांति दल के अध्यक्ष कृष कल्लू ने लगाया है.कालू सिंह का कहना है कि प्रभुनाथ सिंह और अनंत सिंह को राजनीतिक शाजिश के तहत फंसाया गया है.उनकी भी जेल से रिहाई होनी चाहिए.गौरतलब है कि AK-47 मामले में अनंत सिंह को 10 साल और प्रभुनाथ सिंह को उम्र कैद की सजा हुई है.3 जुलाई 199 5 को RJD नेता अशोक सिंह की हुई हत्या के मामले में प्रभुनाथ सिंह को सजा हुई है.
आनंद मोहन की रिहाई के बाद बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी ने भी प्रभुनाथ सिंह की रिहाई की मांग की थी.उन्होंने कहा था कि प्रभुनाथ सिंह एक बड़े नेता हैं, उन्हें भी रिहा किया जाना चाहिए.JDU के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता मेहता ने भी नवादा जेल ब्रेक करनेवाले खूंखार अपराधी अशोक महतो की रिहाई की मांग की है.वाम दल टाडा के तहत जेल में बंद अपराधियों की रिहाई की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं.अपनी ही सरकार के खिलाफ उन्होंने मोर्चा खोल दिया.अपराध के मामले पर जीरो टोलेरेंस का दावा करनेवाले मुख्यमंत्री सभी बाहुबलियों की रिहाई की मांग को लेकर दुविधा में फंस गये हैं.
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