सिटी पोस्ट लाइव : बिहार सरकार के कानून में संसोधन कर पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई पर पूर्व आईएएस अधिकारी जी कृष्णैया की पत्नी उमा देवी ने नाराजगी जताई है.आनंद मोहन की रिहाई को उन्होंने इसे अपने साथ अन्याय बताया है.उन्होंने कहा है कि बिहार में जाति की राजनीति है, वह राजपूत है, इसलिए उन्हें राजपूत वोट मिलेंगे सिर्फ इसलिए ही उन्हें जेल से निकाला जा रहा है, नहीं तो एक अपराधी को बाहर लाने की क्या जरूरत है.
उन्होंने कहा कि आनंद मोहन को चुनाव में टिकट दिया जाएगा, ताकि वह राजपूत वोट ला सकें. इस फैसले से वो खुश नहीं हैं, उन्हें लगता है कि यह गलत है.उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के इस फैसले के खिलाफ वो सुप्रीम कोर्ट में जायेगीं.गौरतलब है कि आनंद मोहन की रिहाई का यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी विरोध किया है.SC/ST कमीशन के अध्यक्ष ने भी बिहार सरकार की इस कारवाई को गलत बताया है.
आनंद मोहन अभी पैरोल पर बाहर हैं.इसी बीच उनकी रिहाई का आदेश आ गया है.जाहिर है अब उन्हें जेल नहीं जाना पड़ेगा.आनंद मोहन के साथ कुल 27 कैदियों की रिहाई का आदेश हुआ है.इनमे से 13 यादव-मुस्लिम और 4 राजपूत हैं.विपक्ष नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर जातीय आधार पर परिहार का लाभ दिए जाने का आरोप लगाया है.
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